Author: कुलसुम मुस्तफा
प्रतिबद्ध प्रयासों से बनेंगे प्रगतिशील गाँव
जोश के साथ, मिलकर काम करके, विकास संगठन और सरकारें ग्रामीण भारत में व्याप्त चुनौतियों से निपट सकती हैं और सकारात्मक बदलाव ला सकती है
मुहर्रम का मातम – ग्रामीण तरीके से
जब डिजिटल माध्यम से आमंत्रण एक रिवाज बन गया है, क्या आप जानते हैं कि घर-घर जाकर मौखिक आमंत्रण की प्राचीन परम्परा अब भी जारी है? यही एकमात्र रिवाज नहीं है, जो यूपी के गांवों को अलग करता है