Author: नासिर यूसुफी
कश्मीर की भुनी हुई मछली की ‘फरी’ कथा
‘फरी’ कश्मीर की धुंए में पकी मछली है, जिसे ठंड के महीनों में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। जब ताजा भोजन मिलना मुश्किल होता था, तब यह जीवित रहने के लिए प्रयोग होने वाला एक व्यंजन होता था। लेकिन आज यह एक कश्मीरी आरामदायक भोजन और खाने के शौकीनों के लिए एक स्वादिष्ट व्यंजन बन गया है।
इस सर्दी में कश्मीरी नूण चाय के साथ स्वस्थ रहें
कश्मीर की संस्कृति का प्रतीक - नमकीन, गाढ़ी नमक की चाय - वाष्पित दूध में बनाई जाती है और चाय की दुकानों और घरों में गर्मागर्म परोसी जाती है।
बौबे जंग: कश्मीर में चिल्ला-ए- कलां के शुरू होने का जश्न दोस्ताना पटाखे फेंक कर मनाया जाता है
सदियों पुरानी एक परम्परा के अनुसार, डल झील के आसपास के इलाकों में लोग, पानी के पार एक-दूसरे पर पटाखे फेंकते हैं, जो 21 दिसंबर को शीतकालीन संक्रांति का प्रतीक है, और 40 दिनों की कठोरतम सर्दी की शुरुआत है।
पॉलिथीन को राख में बदलने वाली पहली भारतीय महिला
कोई तकनीकी शिक्षा न होने और अपने ‘वैज्ञानिक प्रयास’ का मजाक उड़ाए जाने के बावजूद, दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के कनिपोरा गांव की 48-वर्षीय नासिरा अख्तर, पॉलीथीन को राख में बदलने वाली जादुई जड़ी-बूटी के अपने जमीनी आविष्कार के लिए पेटेंट प्राप्त करने वाली हैं।