Author: पीयूष वडोदरिया
जैविक कपास उगाकर किसान हुए “हरित”
जैविक खेती के तरीके अपनाने के फलस्वरूप मृदा-स्वास्थ्य (मिट्टी की गुणवत्ता) में सुधार हुआ है। जैविक कपास का बाजार में उतना ही मूल्य मिलने के बावजूद, इससे किसानों के लिए खेती की लागत कम हुई है
जैविक खेती के तरीके अपनाने के फलस्वरूप मृदा-स्वास्थ्य (मिट्टी की गुणवत्ता) में सुधार हुआ है। जैविक कपास का बाजार में उतना ही मूल्य मिलने के बावजूद, इससे किसानों के लिए खेती की लागत कम हुई है