विशेष
बुंदेलखंड में जनता और प्रशासन के आपसी सहयोग और विश्वास से प्रशस्त हुआ प्रगति का मार्ग
जनपद बाँदा के अभावग्रस्त ग्रामीण समुदाय और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर बहुआयामी गतिविधियों के माध्यम से एक अभिनव प्रयोग किया, जो पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए प्रकाश-स्तम्भ साबित हो सकता है।
पानी की समस्या के समाधान के लिए, लॉकडाउन में ग्रामवासियों ने खोदा कुआँ
लॉकडाउन के दौरान पानी की बढ़ती मांग ने टिंडोरी गांव में एक विश्वसनीय जल-स्रोत की कमी को उजागर कर दिया। मानसून के नालों के पास एक कुआँ खोदकर, समुदाय ने लंबे समय तक पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की है
पौधा-नर्सरी से महिलाओं को प्राप्त हुई सफलता और सशक्तिकरण
एक समूह के रूप में साथ आकर और पौधों की नर्सरी लगा कर, साहूकारों द्वारा शोषित महिलाओं ने अपने परिवारों को खिलाने और देखभाल के लिए अधिक कमाई की
महिलाओं ने प्लास्टिक के कचरे को बुनकर उपयोगी उत्पादों में बदला
परम्परागत रूप से बुनाई में माहिर, काजीरंगा के आसपास की महिलाएं, प्लास्टिक-प्रदूषण कम करने और आजीविका कमाने के लिए, प्लास्टिक-थैलों से बने धागे और सूती धागे से सामान बुनती हैं।