आजीविका
जैविक दुग्ध पदार्थों के प्रति बढ़ते लगाव ने दिया कुटीर उद्योग को बढ़ावा
घर के बने, जैविक दुग्ध उत्पादों की बढ़ती मांग ने कश्मीरी ग्रामीणों को प्रोत्साहन दिया है, जो कभी दूध को तरल रूप में ही बेचकर अपनी जरूरतों को पूरा करने की कोशिश करते थे। अब दही, मक्खन और पनीर का कारोबार फलफूल रहा है।
महिलाओं ने खरगोश पालन पर लगाया बड़ा दांव
खरगोश के मांस की भारी मांग और इसके पालन की लागत कम होने के कारण, नागालैंड में महिलाओं के लिए खरगोश पालन सबसे आकर्षक और लाभदायक व्यवसायों में से एक बन रहा है।
कुरुम्बा कला को जीवित रखना
‘अला कुरुम्बा’ जनजातियों को कला के प्रति रुझान अपने पूर्वजों से विरासत में मिला, जो रोजमर्रा की जिंदगी शैलचित्रों (रॉक पेंटिंग) के रूप में व्यक्त करते थे। लेकिन जब ऐसे गिने-चुने कलाकार ही बचे हैं, वे इस सांस्कृतिक अभिव्यक्ति को जीवित रखने के लिए बेताब हैं।
सोने की तलाश में
वे जिस सोने को वे बर्तन के द्वारा इकठ्ठा करते हैं, उससे उनके जीवन में चमक नहीं आती। फिर भी, काम की कमी और खेती के लिए सीमित पानी होने के कारण, ग्रामीण सोने की तलाश में रहते हैं।