आजीविका
बुंदेलखंड में जनता और प्रशासन के आपसी सहयोग और विश्वास से प्रशस्त हुआ प्रगति का मार्ग
जनपद बाँदा के अभावग्रस्त ग्रामीण समुदाय और प्रशासनिक अधिकारियों ने मिलकर बहुआयामी गतिविधियों के माध्यम से एक अभिनव प्रयोग किया, जो पूरे बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए प्रकाश-स्तम्भ साबित हो सकता है।
धान उगाने वाले किसानों को एसआरआई पद्यति से खेती के माध्यम से मिली भरपूर फसल
धान उगाने के पारम्परिक तरीकों ने किसानों को गरीबी में धकेल दिया गया, क्योंकि पैदावार कम होती थी। एसआरआई (SRI) विधि को अपनाने से उन्हें सामान्य पैदावार से दोगुने से अधिक फसल पाने में मदद मिली है
पौधा-नर्सरी से महिलाओं को प्राप्त हुई सफलता और सशक्तिकरण
एक समूह के रूप में साथ आकर और पौधों की नर्सरी लगा कर, साहूकारों द्वारा शोषित महिलाओं ने अपने परिवारों को खिलाने और देखभाल के लिए अधिक कमाई की
महिलाओं ने प्लास्टिक के कचरे को बुनकर उपयोगी उत्पादों में बदला
परम्परागत रूप से बुनाई में माहिर, काजीरंगा के आसपास की महिलाएं, प्लास्टिक-प्रदूषण कम करने और आजीविका कमाने के लिए, प्लास्टिक-थैलों से बने धागे और सूती धागे से सामान बुनती हैं।