पर्यावरण
भारत के ‘पुष्प ग्राम’ निकमवाड़ी में खिलते हैं पैसे
किसानों ने गेंदा एवं गुलदाउदी की ज्यादा रंगीन तथा लाभदायक फसलों के लिए, अत्यधिक पानी की जरूरत वाली गन्ने की खेती को लगभग छोड़ दिया है, जिससे उन्हें सालाना लगभग 10 लाख रुपये की आय होती है।
झारखंड के किसानों को कार्बन परियोजनाओं से पैसा कमाने में मदद कर रहा एक नया मंच
ऐसे समय में, जब कृषि पर जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव साफ दिखाई दे रहे हैं, एक नया कार्बन-वित्त मंच झारखंड में जलवायु अनुकूल कृषि को बढ़ावा दे रहा है और किसानों को जलवायु-वित्त तक पहुंच में मदद कर रहा है।
वन योद्धा: जंगलों को बचाने के लिए ओडिशा की महिलाओं ने जंगल में झोपड़ियाँ बनाई
नयागढ़ जिले के गाँवों में, महिलाओं ने संसाधन केंद्र के रूप में काम करने वाली जंगल कुटीर शुरू की हैं, जहां वे एकत्र होती हैं और जंगलों के साथ-साथ व्यक्तियों के वन अधिकारों की रक्षा के लिए योजनाएं बनाती हैं।
जहां कचरा गांवों को रोशन करता है
जब कचरे को मोहल्लों से उठाकर कूड़ा भंडारों तक पहुँचाना एक बड़ी समस्या है, तमिलनाडु के गाँव अपने गीले कचरे को बायोगैस में बदल कर बिजली पैदा कर रहे हैं।