प्राकृतिक खेती
एक आदिवासी महिला किसान ने इस नई पद्धति से कैसे बढ़ाई अपनी आय
जैविक खेती के ‘50-सेंट (0.5 एकड़ भूमि) मॉडल’ को अपनाने तक, बालमती गौड़ दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करने वाली एक औसत संघर्षशील आदिवासी किसान थी। इस मॉडल ने उनका जीवन बदल दिया और वे अन्य महिला किसानों के लिए प्रेरणा बन गई।
बीज बमबारी करने वाले पर्यावरण-गुरिल्ला ने छेड़ा ग्रामीण ओडिशा के हरित आवरण के लिए युद्ध
प्रकृति प्रेमियों के परिवार में पले-बढ़े पत्रकार और डॉक्यूमेंट्री-मेकर शुभ्रांशु सत्पथी को पर्यावरण में गिरावट हमेशा परेशान करती थी। अब स्व-प्रशिक्षित पर्यावरणविद एक प्राचीन जापानी तकनीक से ग्रामीण ओडिशा की हरियाली बढ़ाने के मिशन पर हैं।
गाय के मूत्राशय से
जैसा विकास अण्वेष फाउंडेशन के संजीव फणसळकर ने करीब से देखा, गाय के मल मूत्र के अक्लमंदी से इस्तेमाल पर आधारित प्राकृतिक खेती, आंध्र प्रदेश में जीवन बदल रही है।