Rural India
ग्रामीण भारत तीसरी लहर के लिए कैसे तैयारी करे
झारखंड का अनुभव साबित करता है कि स्थानीय प्रशासन, सामुदायिक समूह और नागरिक समाज संगठनों के तालमेलपूर्ण प्रयास, गाँवों को COVID-19 की तीसरी लहर से निपटने में मदद कर सकते हैं।
गरीबों के बीच टेक्नोलॉजी (प्रौद्योगिकी) का तेजी से प्रसार कैसे किया जाए?
पूरे भारत में मोबाइल फोन और संबंधित दूरसंचार व्यवस्था का बेहतरीन प्रसार से, एक महत्वपूर्ण समझ प्रदान करता है, कि ग्रामीण गरीबों तक नवीनतम टेक्नोलॉजी को कैसे तेज गति से पहुंचाया जा सकता है, और उसकी प्रति यूनिट लागत को उपयुक्त किया जा सकता है
केवल उपेक्षित भारत गाँवों में रहता है!
महात्मा गांधी के जन्मदिवस के अवसर पर, ग्रामीण भारत पर एक नज़र डालने पर पता चलता है कि हम उनके ‘आत्मनिर्भर गाँव’ के आदर्शों से बहुत पीछे रह गए हैं। इसका एक कारण आधुनिक समय में बदली हुई आकांक्षाएँ हैं।
ग्रामीण भारत को एक संशोधित एनजीओ क्षेत्र की आवश्यकता है
गैर-सरकारी क्षेत्र में समय की आवश्यकता है, कि सरकार ठीक काम न करने वाले गैर-सरकारी संगठनों (एन.जी.ओ.) पर पारदर्शितापूर्ण नियंत्रण रखे और उन संगठनों एवं उनकी टीमों को सम्मान देते हुए सहयोग प्रदान करे, जो ग्रामीण विकास के लिए सकारात्मक योगदान देते हैं